दोस्तों,

आप सभी को मेरा नमस्कार,

देश में असंगठित रूप से लगभग 25 लाख खाद्य प्रसंस्करण उद्यमी शामिल हैं जो अपंजीकृत और अनौपचारिक हैं। इनमें से लगभग 66 प्रतिशत यूनिट देश के ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित हैं और उनमें से भी लगभग 80 प्रतिशत परिवार आधारित उद्यम हैं। इनमें से अधिकांश यूनिट संयंत्र, मशीनरी और टर्नओवर में अपने निवेश के संदर्भ में सूक्ष्म विनिर्माण यूनिट की श्रेणी में आती हैं।

भारत में असंगठित खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। जो उनके प्रदर्शन और विकास को सीमित व कमजोर करती हैं।

इन सभी उद्यमों को कौशल ट्रेनिंग, एंट्रेप्रेन्योरशिप, प्रौद्योगिकी, क्रेडिट एवं मार्केटिंग, और पूरी वैल्यू चेन के लिए हैंड होल्डिंग सहायता की आवयशकता है। बेहतर आउटरीच के लिए राज्य सरकार की सक्रिय भागीदारी की भी आवश्यकता है।

हाल ही में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में शुरू की गई 10 हजार करोड़ की पीएम एफएमई योजना खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यमियों, एफपीओ, एसएचजी, तथा सहकारिताओं का समर्थन करने के लिए एक मील का पत्थर साबित होगी। यह योजना पीएम मोदी के वोकल फोर लोकल के संकल्प का सबसे बेहतर उदाहरण भी है।

इस योजना को सुनियोजित तरीके से इस उद्देश्य के साथ बनाया गया है जिससे पूंजी निवेश के उन्नयन और औपचारिकीरण के लिए समर्थन किया जा सके, क्षमता निर्माण कुशल प्रशिक्षण के जरिए, खाद्य सुरक्षा मानकों, स्वच्छता और गुणवत्ता सुधार पर तकनीकी ज्ञान प्रदान करना, डीपीआर के निर्माण के लिए हैंड-होल्डिंग समर्थन, बैंक ऋण प्राप्त करना और उन्नयन और एफपीओ, एसएचजी, पूंजी निवेश के लिए उत्पादक सहकारिताओं, सामान्य अवसंरचना और ब्रांडिंग एवं विपणन को समर्थन करना है।

साझा सेवाओं को प्राप्त करने और उत्पादों के विपणन के अनुरूप बेनिफिट ऑफ़ स्केल का लाभ उठाने के लिए योजना में एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) दृष्टिकोण अपनाया गया है। इस प्रयोजन हेतु राज्य एक जिले के खाद्य उत्पादों की पहचान विद्यमान क्लस्टरों और कच्चे माल की उपब्धता को ध्यान में रखते हुए करेंगे। इसके अंतर्गत उत्पादों के लिए सामान्य बुनियादी ढांचे और ब्रांडिंग और मार्केटिंग के लिए समर्थन दिया जायेगा। जिससे उनका उन्नयन हो सके और वह आत्मनिर्भर बन सके।

मुझे आशा है कि यह योजना देश के खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र को एक नई ऊंचाइयों पर लेकर जाएगी और साथ ही विश्वभर में भारत का परचम लहराएगी.....

जय हिंद......